रविवार, 3 मार्च 2024

विधानसभा का चुनाव हारे 2 सांसदों पर BJP ने फिर खेला दांव, इसके पीछे क्या है पार्टी की मजबूरी?

 

2024: भारतीय जनता पार्टी ने मंडला सुरक्षित सीट से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना से सांसद गणेश सिंह पटेल को एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारा है.

 2024: भारतीय जनता पार्टी  ने लोकसभा चुनाव  के लिए शनिवार (2 मार्च) को 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी. इसमें मध्य प्रदेश की 29 में से 24 सीटों के उम्मीदवारों के नाम का एलान किया गया है. मध्य प्रदेश में पार्टी ने चौंकाते हुए अपने उन दो सांसदों को फिर से मैदान में उतारा है, जो तीन माह पहले ही विधानसभा का चुनाव हार गए थे.

भारतीय जनता पार्टी ने मंडला सुरक्षित सीट से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्तेऔर सतना से सांसद गणेश सिंह पटेल को एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारा है. सबसे खास बात यह है कि ये दोनों ही नेता नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर चुके हैं. पार्टी में विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश के तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित सात सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा था. 

फग्गन सिंह कुलस्ते पर ने इसलिए लगाया दांव
लोकसभा के सदस्य नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, राव उदय प्रताप सिंह और रीति पाठक ने तो विधानसभा का चुनाव जीत लिया और मध्य प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो गए. इसके बाद केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह पटेल की लोकसभा की टिकट पर संशय के बादल छाए हुए थे. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मंडला के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के कद का कोई आदिवासी नेता न होने के कारण पार्टी ने एक बार फिर उनके ऊपर दांव लगाया है.

फग्गन सिंह कुलस्ते 6 बार मंडला से चुके हैं जीत
बात मंडला लोकसभा सीट के इतिहास की करें तो साल 1996 से अब तक बीजेपी के आदिवासी नेता और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते छह बार यहां से जीत दर्ज कर चुके हैं. हालांकि, साल 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार बसोरी सिंह मसराम से हार का सामना करना पड़ा था. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते फग्गन सिंह कुलस्ते एक बार फिर मंडला जिले के सांसद बन गए. इसके बाद से फग्गन सिंह कुलस्ते पीएम मोदी के मैजिक के सहारे इस सीट को बीजेपी का मजबूत गढ़ बनाए हुए हैं.

फग्गन सिंह कुलस्ते ने दी प्रतिक्रिया
लोकसभा की टिकट मिलने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने लिखा,"एक बार पुनः विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी द्वारा मंडला लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए जाने पर यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और शीर्ष नेतृत्व को हृदय से धन्यवाद देता हूं." साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मंडला लोकसभा सीट पर बीजेपी के फग्गन सिंह कुलस्ते ने कांग्रेस के कमल मरावी को हराया है.

97 हजार वोट से जीते थे कुलस्ते
सातवीं बार सांसद बने कुलस्ते ने मतगणना के शुरुआती दौर से ही बढ़त बना ली थी. फग्गन सिंह कुलस्ते को 7 लाख 37 हजार 266 वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस के कमल मरावी को 6 लाख 39 हजार 592 वोट मिले. मंडला सीट से फग्गन सिंह कुलस्ते ने कांग्रेस के कमल सिंह मरावी को 97 हजार 674 वोटों के अंतर से हराया था. इसी तरह सतना लोकसभा क्षेत्र से भी जातीय समीकरण के चलते बीजेपी ने मौजूदा सांसद गणेश सिंह पटेल को अपना चेहरा बनाया है.

गणेश सिंह पटेल 5वीं बार सतना से लड़ेगे चुनाव
पार्टी ने उन्हें पांचवीं बार सतना सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. गणेश सिंह साल 2004 से लगातार सतना सीट पर जीत हासिल कर यहां से सांसद निर्वाचित होते आ रहे हैं. कुर्मी और पटेल वोटरों के प्रभाव वाली इस सीट पर पार्टी को गणेश सिंह के कद का कोई नेता नहीं दिखा. जिसके कारण विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद लोकसभा चुनाव में एक बार फिर उनके ऊपर दांव खेला गया है. वहीं  सतना से बीजेपी का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद गणेश सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी खुशी जाहिर की और प्रतिक्रिया दी. 

गणेश सिंह ने जताया के केंद्रीय नेतृत्व का आभार
गणेश सिंह ने सोशल मीडिया एक्स लिखा कि, भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में सतना संसदीय क्षेत्र से मुझे पुनः जनसेवा और राष्ट्रसेवा का अवसर प्रदान करने के लिए  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोटिश आभार. मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह का भी हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. सतना संसदीय क्षेत्र मेरा परिवार है. यहां की जनता जनार्दन ने मुझे चार बार सांसद के रूप में चुनकर सेवा करने का सौभाग्य दिया है. एक बार पुनः पार्टी ने अपने इसी परिवार की सेवा का अवसर मुझे दिया है. मेरे शरीर का प्रत्येक कण और जीवन का प्रत्येक क्षण अपने सतनावासियों के लिए समर्पित है. जनकल्याण और विकसित भारत का संकल्प लेकर हम सभी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 400 से अधिक सीटें अवश्य प्राप्त कर सरकार बनायेंगे एवं सतना संसदीय क्षेत्र से राष्ट्र आराधना में कमल पुष्प अवश्य अर्पित करेंगे.

बता दें कि, गणेश सिंह ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में 2 लाख 31 हजार 473 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में उन्हें 5 लाख 88 हजार 753 मत मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी राजाराम त्रिपाठी को 3 लाख 57 हजार 280 वोट मिले थे. इसके पूर्व के चुनावों में गणेश सिंह पूर्व डिप्टी स्पीकर डॉ राजेन्द्र कुमार सिंह, पूर्व सांसद दिवंगत सुखलाल कुशवाहा और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को भी पराजित कर चुके हैं.

लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर ओपनियन पोल किया है. सर्वे के मुताबिक यूपी में बीजेपी को प्रचंड जीत मिल सकती है.

 लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर ओपनियन पोल किया है. सर्वे के मुताबिक यूपी में बीजेपी को प्रचंड जीत मिल सकती है.




 लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही वक्‍त बचा है. सभी दल अपनी-अपनी चुनावी तैयार‍ियों में जोर शोर से जुटे हैं. सबसे ज्यादा 80 सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी सियासी हलचल जारी है. माना जाता है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी होते हुए ही जाता है. ऐसे में सभी की नजर हर बार की तरह इस बार भी यूपी पर ही टिकी हैं.

इस बीच इंडिया टीवी सीएनएक्स का एक सर्वे सामने आया है. इस सर्वे में बीएसपी को बड़ा झटका मिलता दिख रहा है 2019 में 10 सीटों पर जीत हासिल करने वाली बीएसपी को इस बार एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही है. यह ओपिनियन पोल एक लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों के बीच कराया गया है.

किस पार्टी को कितनी सीट?
सर्वे के मुताबिक बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से 78 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी के खाते में 2 सीट जा सकती हैं. यह दो सीटें मैनपुरी और आजमगढ़ की हैं. सर्वे में कांग्रेस भी कोई सीट हासिल करती नजर नहीं आ रही है. 

अकेले चुनाव लड़ेगी बीएसपी
मायावती ऐलान कर चुकी हैं कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और अपने दम पर ही इलेक्शन लड़ेगी. हालांकि, पार्टी को चुनाव से पहले झटका लग चुका है. सांसद रितेश पांडे ने हाथी की सवार छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए हैं. माना जा रहा है कि पार्टी के कई और नेताओं के पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं.

बीएसपी सांसद रितेश पांडे पार्टी छोड़ी
र‍ितेश पांडे के बीजेपी में जाने के बाद अब जौनपुर के सांसद के पार्टी छोड़ने की चर्चाएं हो रही हैं. इंड‍िया टुडे की खबर के हवाले से सूत्र बताते हैं क‍ि जौनपुर के बसपा सांसद श्‍याम स‍िंह यादव के कांग्रेस ज्‍वाइन करने की संभावना है. इसके पीछे एक बड़ी वजह यह भी मानी जा रही है क‍ि उनकी राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्‍याय यात्रा' के प्रत‍ि नजदीकी बनी हुई है.

मुझे भी गिलहरी की तरह...', लोकसभा चुनाव का टिकट मिलने पर बोले शिवराज सिंह चौहान

 

 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही बीजेपी ने मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी नाम है.

 2024: बीजेपी ने मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों का एलान किया है. इसमें कुछ को रिपीट किया गया तो कुछ चेहरे बदले गए हैं. इस सूची में राज्य के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान  का नाम है. बीजेपी ने उनको विदिशा से टिकट देने का ऐलान किया है.

टिकट मिलने पर शिवराज चिंह चौहान ने खुशी जताई है. उन्होंने पीएम मोदी को लेकर कहा है कि वह युगपुरुष और युगदृष्टा हैं. उन्होंने भारत का अभूतपूर्व विकास कर जनकल्याण का इतिहास रचा और अब विकसित भारत का संकल्प भी उनके ही नेतृत्व में पूरा होगा. इस संकल्प को पूरा करने में मुझे भी गिलहरी की तरह योगदान देने का अवसर मिला है."

बीजेपी 400 से अधिक सीटें प्राप्त कर सरकार बनाएगी'

पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगे लिखा, "विदिशा संसदीय क्षेत्र से मेरा अत्यंत आत्मीय रिश्ता है, यहां की जनता ने पांच बार सांसद के रूप में चुनकर मुझे सेवा करने का सौभाग्य दिया. एक बार पुनः पार्टी ने अपने इसी परिवार की सेवा का अवसर दिया है. प्रधानमंत्री मोदी देश की जनता के दिल में हैं. उनके नेतृत्व में बीजेपी 400 से अधिक सीटें प्राप्त कर सरकार बनाएगी. हर दिल से आवाज आ रही है कि "अबकी बार, फिर मोदी सरकार"

5 बार रह चुके है विदिशा से सांसद
पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी के विदिशा सीट छोड़ने पर 10वीं लोकसभा के लिए (1991) में, 11वीं लोकसभा (1996) में शिवराज विदिशा से दोबारा सांसद चुने गए. 12वीं लोकसभा के लिए 1998 में विदिशा क्षेत्र से ही वे तीसरी बार, 1999 में 13वीं लोकसभा के लिए चौथी बार और 15वीं लोकसभा के लिए विदिशा से ही पांचवी बार सांसद चुने गए.

घर पहुंचते ही पत्नी ने किया स्वागत

बीजेपी की लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कैंडिडेट की घोषणा के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान जब अपने घर आए तो उनकी पत्नी ने माथे पर तिलक लगाकर और दीप की थाली से उनका स्वागत किया. इसके बाद उनकी पत्नी ने उन्हें फूलों का माला पहनाया फिर गुलदस्ता दिया फिर पैर छूकर प्रणाम भी की.


शनिवार, 2 मार्च 2024

यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख आई सामने! RLD कोटे से हो सकता है एक मंत्री, BJP से नए चेहरों को मिलेगी जगह

यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार तारीख सामने आ गई है. जल्द ही योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट का विस्तार हो सकता है.









उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के लिए नई तारीख सामने आ गई है. सूत्रों का दावा है कि 10 मार्च तक योगी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय लोकदल के कोटे से भी एक मंत्री बन सकता है. इसके साथ ही सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान के भी मंत्री बनने की खबर है. इसके अलावा नए मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी से भी दो-तीन नए चेहरे शामिल हो सकते हैं.

यूपी कैबिनेट में अभी 8 मंत्रियों के लिए जगह खाली हैं. ऐसे में माना जा रहा है 5-6 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. हाल ही में एनडीए के साथ आने वाली जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल से भी एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है. 

दरअसल जल्द ही उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव होना है. ऐसे में बीजेपी इन चुनाव से पहले ही मंत्रीमंडल का विस्तार कर लेने पर जोर दे रही है ताकि मतदान में किसी की नाराजगी से कोई बाधा खड़ी न हो सके हैं. पहले ही सभी को संतुष्ट किया जाए सके. 

यूपी में जल्द होगा कैबिनेट विस्तार
आपको बता दें कि पिछले काफी समय से यूपी मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चा हो रही है लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है. पिछले साल जुलाई में जब सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर और सपा नेता दारा सिंह चौहान बीजेपी के साथ आए थे, तभी से इन दोनों को मंत्री बनाए जाने की ख़बरें भी सुर्खियों में छाई रही है. बावजूद इसके मंत्रिमंडल में विस्तार नहीं किया गया. जिसे लेकर कई बार सपा भी ओम प्रकाश राजभर पर तंज कस चुकी हैं. 

अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव तो कई बार ये दावा करते रहते हैं कि अगर योगी जी ने उन्हें जल्द मंत्री नहीं बनाया तो राजभर सपा के साथ फिर से आ सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ मंत्रीपद को लेकर ओम प्रकाश राजभर की ओर से भी कई बार प्रतिक्रिया देखने को मिली है. हाल में दिए एक इंटरव्यू में राजभर ने यहां तक कह दिया था कि जब तक उन्हें राज पाट नहीं मिलेगा वो होली नहीं मनाएंगे

रविवार, 11 फ़रवरी 2024

रामलला के दरबार में विधायकगण आज होंगे नतमस्तक

 लखनऊ/अयोध्या, 10 फरवरी। श्रीरामलला के अपने भव्य मंदिर में प्रतिष्ठित होने के बाद अब रविवार को प्रदेश के विधायकगण प्रभु के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की पहल पर उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल एवं विधान मण्डल के सदस्यों द्वारा श्री रामलला का दर्शन-पूजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जहां पूरी योगी सरकार प्रभु श्रीराम के मंदिर में नतमस्तक होगी, वहीं नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को सदन में विधानसभा अध्यक्ष के निमंत्रण को ठुकरा दिया है। 

सीएम योगी सोमवार सीधे अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इसके बाद अपने मंत्रीमंडल के सदस्यों के साथ रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे। वहीं विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के नेतृत्व में विधान भवन से सुबह 8 बजे से मंत्रिमंडल के मंत्रीगण एवं विधानमण्डल के सदस्यों को लेकर 10 लग्जरी बस अयोध्या के लिए रवाना होगी। इसकी व्यवस्था परिवहन मंत्री द्वारा विशेष रूप से की गयी है। यात्रा के दौरान बसों में रामधुन बजाई जाएगी।

गैंगस्टर रवि काना पर नोएडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 120 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क

 रवि काना (Gangster Ravi Kana) और उसके सहयोगी की 120 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है.

Noida News: नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उसने गैंगस्टर रवि नागर उर्फ रवि काना (Gangster Ravi Kana) और उसके सहयोगी की 120 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है. पुलिस ने कहा कि जब्त की गई संपत्ति में लगभग एक दर्जन वाहन, बैंक खाते और अचल संपत्ति शामिल हैं.

पिछले दो महीने में पुलिस ने गैंगस्टर रवि काणा गैंग के करीब एक दर्जन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह कथित तौर पर स्क्रैप का कारोबार करता है और ठेके पाने के लिए आपराधिक पृष्ठभूमि का इस्तेमाल करता है. रवि भी गैंग रेप मामले में आरोपी है.

              रवि काना पर भी है,  सामूहिक दुष्कर्म का आरोप  

नोएडा में एक लड़की को नौकरी दिलाने के नाम पर रवि के साथी लड़की को रवि काना ले गए, फिर बंदूक की नोक पर रवि और उसके साथियों ने लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया और वीडियो भी बनाया. इसके बाद आरोपी युवती को धमकी देता रहा. डर के मारे उसने कुछ नहीं कहा.लेकिन आरोपी द्वारा बार-बार परेशान करने के कारण लड़की ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद रवि काना और उसके गिरोह के चार अन्य सदस्यों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था.